सारनाथ, वाराणसी के १० किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित प्रमुख बौद्ध तीर्थस्थल हैजहा ज्ञान प्राप्ति के पश्चात भगवान बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश दिया था जिसे "धर्म चक्र प्रवर्तन" का नाम दिया जाता है और जो बौद्ध मत के प्रचार-प्रसार का आरंभ था। यह स्थान बौद्ध धर्म के चार प्रमुख तीर्थों में से एक है (अन्य तीन हैं: लुम्बिनी, बोधगया...
कुशीनगर पूर्वांचल के उत्तरी-पूर्वी सीमान्त इलाके में स्थित एक क़स्बा एवं ऐतिहासिक स्थल है। यह बौद्ध तीर्थ है जहाँ गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था। कुशीनगर, राष्ट्रीय राजमार्ग २८ पर गोरखपुर से कोई ५० किमी पूरब में स्थित है। यहाँ अनेक सुन्दर बौद्ध मन्दिर हैं। इस कारण से यह एक अन्तरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल भी है जहाँ विश्व भर के...
अयोध्या भारत के उत्तर प्रदेश प्रान्त में पूर्वांचल का एक अति प्राचीन धार्मिक नगर है। यह फैजाबाद जिला के अन्तर्गत आता है। यह सरयू नदी (घाघरा नदी) के दाएं तट पर बसा है। प्राचीन काल में इसे 'कौशल देश' कहा जाता था। अयोध्या हिन्दुओं का प्राचीन और सात पवित्र तीर्थस्थलों में एक है।
इतिहास
वेदो में अयोध्या को ईश्वर का नगर...
वाराणसी भारत की सबसे पुरानी शहर में से एक है जो गंगा नदी के किनारे पर बसा है, दशास्वमेध घाट के किनारे रोज शाम को होने वाली गंगा आरती को देखने के लिए दूर दूर से श्रद्धालु आते है | आरती में अग्नि पूजा होती है जो भगवान शिव, माँ गंगा, सूर्य और अग्नि को समर्पित रहता है |
वैदिक...
गोरखनाथ मन्दिर, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर में स्थित है जिसका नाम बाबा गोरखनाथ के नाम पर गोरखपुर पड़ा है। गोरखनाथ मन्दिर के वर्तमान महन्त श्री बाबा योगी आदित्यनाथ जी है जो वर्तमान के उत्तर प्रदेश के मुक्यमंत्री भी है, मकर संक्रान्ति के अवसर पर यहाँ विशाल मेला लगता है जो 'खिचड़ी मेला' के नाम से प्रसिद्ध है।
हिन्दू धर्म,...
काशी विश्वनाथ मंदिर हिन्दुओं का सबसे प्रशिध मंदिरों में एक है और इसे भगवान शिव के १२ दिव्य ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है | ब्रह्माण्ड पर शासन करने वाले को विश्वनाथ और बनारस के पुराने नाम काशी को जोड़कर इसका नाम काशी विश्वनाथ दिया गया |
ऐसा माना जाता है कि एक बार इस मंदिर के दर्शन करने...